
क्या है सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0?
Saksham Anganwadi and Poshan 2.0 Yojana भारत सरकार की एक बड़ी योजना है, जिसका मकसद है बच्चों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और किशोरियों को बेहतर पोषण और देखभाल देना।
यह योजना पहले की तीन योजनाओं को मिलाकर बनाई गई है:
- आंगनवाड़ी सेवाएं
- पोषण अभियान
- किशोरी बालिका योजना (14–18 साल की लड़कियों के लिए)
यह मिशन 2021 से 2026 तक चल रहा है।
किन लोगों को मिलेगा फायदा?
- नवजात से लेकर 6 साल तक के बच्चे
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं
- 14 से 18 साल की किशोरियां (खासतौर पर पिछड़े और पूर्वोत्तर राज्यों में)
1. नवजात से लेकर 6 साल तक के बच्चे
“नवजात से लेकर 6 साल तक के बच्चों” को सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 योजना के तहत जो लाभ मिलते हैं, उन्हें पाने के लिए आपको कुछ आसान से कदम उठाने होते हैं।
कौन-कौन से लाभ मिलते हैं?
0 से 6 साल तक के बच्चों को इस योजना के तहत ये सुविधाएं मिलती हैं:
- पौष्टिक भोजन (Take Home Ration + Hot Cooked Meal)
- टीकाकरण (Vaccination) की जानकारी और सहायता
- स्वास्थ्य जांच (Growth Monitoring, वजन/ऊंचाई नापना)
- प्री-स्कूल एजुकेशन (3-6 साल के बच्चों के लिए)
- साफ-सफाई, हाथ धोना, पोषण वाटिका जैसी जानकारी
इन सुविधाओं को पाने के लिए क्या करना होगा?
1. आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चे का रजिस्ट्रेशन कराएं
- अपने नज़दीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जाएं।
- वहां की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता (AWW) से मिलें।
- बच्चे का नाम, उम्र, माता-पिता का नाम, आधार कार्ड/बर्थ सर्टिफिकेट जैसी जानकारी दें।
- कुछ राज्यों में डिजिटल रजिस्ट्रेशन ‘पोषण ट्रैकर ऐप’ पर भी हो रहा है।
2. जरूरी दस्तावेज़ ले जाएं:
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र या अस्पताल से मिली जानकारी
- माता/पिता का आधार कार्ड
- राशन कार्ड (यदि है तो)
- पासपोर्ट साइज फोटो (आवश्यकता के अनुसार)
3. हर दिन केंद्र पर भेजें (जितना संभव हो)
- 3 साल से ऊपर के बच्चों के लिए रोज़ाना केंद्र पर भेजना बेहतर है — वहां प्री-स्कूल एजुकेशन, खेल और पोषण युक्त खाना मिलता है।
योजना का लाभ कितने समय तक मिलता है?
- 0 से 3 साल: घर पर दिया जाता है Take Home Ration (THR)
- 3 से 6 साल: आंगनवाड़ी केंद्र में गर्म खाना + पढ़ाई + स्वास्थ्य जांच
यदि बच्चा कुपोषित है तो?
- बच्चे की नियमित जांच होती है (वज़न, ऊंचाई)
- यदि बच्चा अत्यधिक कुपोषित (SAM/MAM) है, तो अतिरिक्त पोषण (विशेष थैली या एनर्जी डेंस फूड) भी दिया जाता है
- डॉक्टरों से रेफरल (जांच और इलाज के लिए) की सुविधा भी मिलती है
आंगनवाड़ी केंद्र कहां है, कैसे पता करें?
- अपने गांव या वार्ड की आशा कार्यकर्ता या पंचायत कार्यालय से पूछें
- राज्य पोषण मिशन की वेबसाइट पर कुछ जगह Anganwadi Locator मिलता है
- Google पर भी “Nearest Anganwadi Centre near me” सर्च कर सकते हैं
कोई शिकायत हो या जानकारी चाहिए तो?
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट: https://wcd.nic.in
- POSHAN Abhiyaan Helpline (अगर राज्य में चालू हो): 155209
- राज्य स्तर पर विभागीय हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध रहते हैं
2. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं
सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 योजना के अंतर्गत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं (Pregnant and Lactating Women – PWLM) को कई जरूरी सुविधाएं और पोषण संबंधी लाभ दिए जाते हैं — ताकि माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ रहें। आइए इसे सरल भाषा में विस्तार से समझते हैं:
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कौन-कौन से लाभ मिलते हैं?
पौष्टिक आहार (Take Home Ration – THR)
- घर ले जाने वाला विशेष पोषण युक्त आहार हर महीने दिया जाता है।
- इसमें दालें, अनाज, तेल, घी, फोर्टिफाइड मिक्स और अन्य जरूरी पोषक तत्व शामिल होते हैं।
2. गर्भावस्था और प्रसवपूर्व देखभाल की जानकारी
- नियमित जांच (ANC Checkups), आयरन गोली (IFA), टीके (TT) और समय-समय पर सलाह दी जाती है।
- माँ को बताया जाता है कि कब अस्पताल जाना चाहिए, क्या खाना चाहिए, और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
3. स्तनपान की जानकारी और समर्थन
- नवजात को कैसे स्तनपान कराना है, कब शुरू करना है (जन्म के एक घंटे में), और कब तक कराना चाहिए – इसकी पूरी जानकारी दी जाती है।
- ‘Exclusive Breastfeeding’ के लिए 6 महीने तक केवल माँ का दूध देने की सलाह दी जाती है।
4. वज़न और सेहत की निगरानी
- महिलाओं का वजन, ऊंचाई, हीमोग्लोबिन जैसी चीज़ों की जांच होती है।
- कुपोषण या एनीमिया होने पर रेफरल (स्वास्थ्य केंद्र भेजना) किया जाता है।
5. पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा (Counseling)
- खाने-पीने की आदतें, साफ-सफाई, घरेलू देखभाल आदि पर समूह बैठकों और काउंसलिंग से जानकारी दी जाती है।
- “मातृ समितियां” और “महिला मंडल” भी जागरूकता में मदद करते हैं।
6. पोषण ट्रैकर ऐप पर रजिस्ट्रेशन और निगरानी
- आपका नाम योजना में दर्ज होता है और आपकी निगरानी डिजिटल तरीके से होती है – ताकि यह तय हो सके कि आपको सभी लाभ सही समय पर मिलें।
लाभ पाने के लिए क्या करना होगा?
आंगनवाड़ी केंद्र में रजिस्ट्रेशन कराएं
- नज़दीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवाएं।
- जानकारी भरने के लिए ये दस्तावेज़ ले जाएं:
- आधार कार्ड
- गर्भवती महिला की मेडिकल पर्ची या ANC कार्ड
- बैंक खाता (अगर कोई नगद लाभ हो)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- राशन कार्ड (अगर है)
2. ANC कार्ड अपडेट रखें
- गर्भावस्था की जांच और टीकों की तारीख़ें इसमें दर्ज होती हैं।
- यह कार्ड अस्पताल या आशा कार्यकर्ता देती हैं।
कब से कब तक मिलता है लाभ?
- गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान और डिलीवरी के 6 महीने तक Take Home Ration और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती हैं।
- डिलीवरी के बाद बच्चे को स्तनपान कराने वाली महिला को भी 6 महीने तक पोषण और सलाह मिलती है।
अन्य योजनाओं से भी हो सकता है लाभ:
💰 यदि आप शर्तों को पूरा करती हैं, तो आप प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के तहत ₹5,000 तक की वित्तीय सहायता भी प्राप्त कर सकती हैं।
सहायता चाहिए?
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट: https://wcd.nic.in
- पोषण अभियान हेल्पलाइन (यदि राज्य में उपलब्ध है): 📞 155209
- या फिर अपने गांव/वार्ड की आशा कार्यकर्ता या आंगनवाड़ी दीदी से संपर्क करें।
14 से 18 साल की किशोरियां (खासतौर पर पिछड़े और पूर्वोत्तर राज्यों में)
सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 योजना के तहत 14 से 18 साल की किशोरियों को भी खासतौर पर ध्यान में रखा गया है — ताकि उन्हें बेहतर पोषण, स्वास्थ्य और जागरूकता मिल सके। यह खासतौर पर पिछड़े ज़िलों और पूर्वोत्तर राज्यों की किशोरियों के लिए लागू किया गया है।
यह योजना पहले की “किशोरी बालिका योजना (Scheme for Adolescent Girls – SAG)” का ही नया और बेहतर रूप है।
योजना का उद्देश्य
14 से 18 साल की ऐसी किशोरियाँ जो स्कूल नहीं जा रही हैं, उन्हें:
- अच्छा पोषण मिल सके
- स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सके
- उनमें आत्मविश्वास और जीवन कौशल (life skills) बढ़ाया जा सके
- और भविष्य के लिए उन्हें तैयार किया जा सके (शादी, मातृत्व, रोजगार)
किन किशोरियों को लाभ मिलेगा?
- उम्र 14 से 18 वर्ष
- ऐसी किशोरियाँ जो स्कूल से बाहर हैं (Out-of-school girls)
- पिछड़े ज़िले (Aspirational Districts) और North-East States की प्राथमिकता
- स्थानीय आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीकरण होना ज़रूरी
क्या-क्या लाभ मिलते हैं?
1. Take Home Ration (THR)
- हर महीने घर ले जाने के लिए पौष्टिक भोजन दिया जाता है — जिसमें दालें, गेहूं, चना, तेल, आयरन युक्त मिक्स आदि शामिल होते हैं।
- इससे एनीमिया (खून की कमी) कम करने पर खास ज़ोर दिया गया है।
2. स्वास्थ्य और साफ-सफाई संबंधी शिक्षा
- व्यक्तिगत स्वच्छता, मासिक धर्म (Periods) से जुड़ी जानकारी और उत्पादों का वितरण।
- नियमित आयरन की गोली (IFA), कैल्शियम और deworming दवाएं भी।
3. काउंसलिंग और लाइफ स्किल ट्रेनिंग
- आत्म-रक्षा, व्यवहारिक ज्ञान, हेल्थ/हाइजीन, शादी की सही उम्र, पोषण और यौन स्वास्थ्य (reproductive health) की जानकारी दी जाती है।
- कुछ राज्यों में सिलाई, ब्यूटीशियन, कंप्यूटर जैसी स्किल ट्रेनिंग भी दी जाती है।
4. BMI जांच और हेल्थ मॉनिटरिंग
- कुपोषित किशोरियों की पहचान करके उन्हें विशेष पोषण और रेफरल सुविधा दी जाती है।
योजना का लाभ कैसे पाएं?
1. रजिस्ट्रेशन कराएं
- अपने गांव या मोहल्ले के आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता (AWW) से संपर्क करें।
- पंजीकरण के लिए ये दस्तावेज़ लग सकते हैं:
- किशोरी का आयु प्रमाण पत्र (आधार / जन्म प्रमाणपत्र)
- माता-पिता का नाम और पता
- स्कूल से बाहर होने का प्रमाण (यदि कोई उपलब्ध हो)
2. नियमित संपर्क में रहें
- हर महीने केंद्र से Take Home Ration लें
- काउंसलिंग, हेल्थ चेकअप या सेशन के लिए बुलाए जाने पर जरूर जाएं
योजना कहां लागू है?
यह योजना सभी राज्यों में लागू है, लेकिन पहले 117 आकांक्षी ज़िलों और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों (जैसे असम, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम आदि) में प्राथमिकता के साथ चलाई जा रही है।
अगर जानकारी या शिकायत करनी हो?
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय वेबसाइट: https://wcd.nic.in
- या अपने ज़िले की CDPO (Child Development Project Officer) से संपर्क करें
- आप अपने गाँव की आशा दीदी या आंगनवाड़ी दीदी से भी पूरी जानकारी ले सकते हैं
नोट:
यह योजना न सिर्फ किशोरियों को कुपोषण से बचाती है, बल्कि उन्हें मानसिक, सामाजिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाती है — ताकि वे अपने भविष्य के फैसले खुद ले सकें।
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