
Reliance Industries तिमाही की झलक – मुख्य बातें
- कुल मुनाफा: ₹26,994 करोड़ — बीते साल की तुलना में 78% ज़्यादा, जो बाज़ार की उम्मीद (~₹19,860 करोड़) से भी ऊपर है।
- कुल राजस्व: लगभग 6% की सालाना बढ़त, जिसमें हर सेक्टर ने योगदान दिया।
ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) बिज़नेस
- 🔼 EBITDA: ₹14,510 करोड़ (YoY +10.8%) — पेट्रोल-डीजल और पेट्रोकेमिकल्स की अच्छी मांग के चलते मुनाफ़ा बढ़ा।
- 🔽 अपस्ट्रीम EBITDA (तेल-गैस उत्पादन): उत्पादन घटने से 5% की गिरावट आई।
डिजिटल सेगमेंट – जियो
- EBITDA: ₹18,135 करोड़ — साल-दर-साल 24% की बढ़त, 60 लाख नए यूज़र जुड़े।
- ARPU (प्रति यूज़र औसत कमाई): ₹208.8 — मामूली 1% की बढ़त।
- 5G नेटवर्क: अब 200+ मिलियन यूज़र; JioAirFiber बना दुनिया का सबसे बड़ा फिक्स्ड वायरलेस यूज़र बेस (7.4 मिलियन)।
रिटेल – रिलायंस रिटेल वेंचर्स
- राजस्व: ₹84,171 करोड़ (YoY +11.3%)
- EBITDA: ₹6,381 करोड़ (YoY +12.7%)
- शुद्ध मुनाफा (PAT): ₹3,271 करोड़ (YoY +28.3%)
- 388 नई दुकानें खुलीं, कुल ग्राहक संख्या 35.8 करोड़ पार।
मीडिया और मनोरंजन – जियो स्टार
- 🧾 जियोस्टार का मुनाफा: ₹581 करोड़ — IPL की वजह से विज्ञापन से ज़ोरदार कमाई।
एक बार की आमदनी और पूंजीगत आंकड़े
- अन्य आमदनी: ₹8,924 करोड़ — एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी बेचकर एकमुश्त फायदा।
- कैपेक्स (पूंजी निवेश): ₹29,887 करोड़
- नेट कर्ज: ₹1.17 लाख करोड़, मामूली बढ़ोतरी।
एक्सपर्ट्स की राय – “ट्रिपल इंजन” से छलांग
- यह तिमाही “तीन मजबूत स्तंभों” पर टिकी रही — O2C, रिटेल और डिजिटल में बेहतरीन प्रदर्शन।
- सभी क्षेत्रों में EBITDA में 11% से 24% तक की बढ़त।
- कंपनी का नया ऊर्जा क्षेत्र (ग्रीन हाइड्रोजन, बैटरी आदि) भी रफ्तार पकड़ रहा है।
निष्कर्ष – क्यों है ये नतीजे खास?
रिलायंस ने इस तिमाही में सभी उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया है। FY25 की सुस्ती के बाद अब फिर से कंपनी के तीनों बड़े सेक्टर पूरी ताक़त से आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही, रणनीतिक निवेश और एकमुश्त आमदनी ने नतीजों को और भी मजबूत बना दिया।
निवेशकों के लिए ये भरोसा बढ़ाने वाला संकेत है कि रिलायंस की विविध कारोबार रणनीति लंबे समय तक फायदे में रह सकती है।

नया ऊर्जा (New Energy) — कितना प्रगति हुई?
- रिलायंस का नया ऊर्जा वर्टिकल (ग्रीन हाइड्रोजन, बैटरी, सोलर, इलेक्ट्रोलाइज़र्स) अब सिर्फ प्लानिंग में ही नहीं — बल्कि एम्प्लमेंटेशन स्टेज में है।
- हाल ही में Morgan Stanley ने कहा है कि रिलायंस ने 1 GW क्षमता शुरू कर दी है, और इसका लक्ष्य 2026 के अंत तक 10 GW तक पहुंचना है
- यह पहल Dhirubhai Ambani ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स (जामनगर) में चल रही है, जिसकी परियोजना लगभग ₹75,000 करोड़ की है, और इसमें सोलर पैनल, बैटरी सेल पैकिंग, ग्रीन हाइड्रोजन जैसी सुविधाएं शामिल हैं
- मुकेश अंबानी का मानना है कि 5–7 वर्षों में यह नया ऊर्जा बिज़नेस O2C (Oil-to-Chem) सेक्टर जितना ही लाभदायक साबित होगा, और इस नए ऊर्जा पोर्टफोलियो पर $10 बिलियन तक का निवेश भी हो चुका है
O2C (Oil-to-Chemicals) ऑपरेशन — कैसे किया मुकाबला?
- इस तिमाही ऊर्जा बाजार में… “ऊर्ज़ा बाजार में कच्चे तेल की कसौटी तेज़ी से बदल रही थी, फिर भी O2C बिज़नेस ने घरेलू मांग और Jio‑bp नेटवर्क के साथ वैल्यू-एडेड सर्विसेस के जरिए मजबूती दिखाई।” — मुकेश अंबानी
- फिलहाल O2C EBITDA 10–11% YoY बढ़ा है, यानी कंपनी ने कीमतों और मांग के उतार-चढ़ाव को काफी हद तक कंट्रोल किया ।
- Jio-bp फ्यूल नेटवर्क (पेट्रोल पंप + चार्जिंग/CBG स्टेशन)
- अब देशभर में ~1,991 आउटलेट्स; HSD/MS की बिक्री में 35–38% की YoY वृद्धि हुई है
Jio – डिजिटल और इंटरनेट सेवाएँ
- नेट प्रॉफिट ₹7,110 करोड़, YoY +25%
- EBITDA ₹18,135 करोड़ (+24% YoY)
- 5G सब्सक्राइबर्स 200 मिलियन पार;
होम ब्रॉडबैंड (JioAirFiber या FWA) 7.4 मिलियन यूज़र्स तक पहुंचा — विश्व में सबसे बड़ा नेटवर्क - ARPU ₹208.7–208.8 (QoQ +1%) — माइक्रो टैरिफ बदलाव और नए यूज़र्स ने इसे बढ़ाया
- JioStar (IPL डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म)
- JioHotstar डाउनलोड्स 1 billion+; MAU 460 million+; IPL से विज्ञापन से फायदा हुआ मिला
रिटेल — विस्तार और ब्रांड्स
- ₹84,171 करोड़ का राजस्व (+11.3% YoY),
EBITDA ₹6,381 करोड़ (+12.7% YoY), साझेदारी के साथ
PAT ₹3,271 करोड़ (+28%) । - 388 नए स्टोर जोड़े, कुल इकाइयां 19,592;
उत्पाद वर्ग जैसे FMCG, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स मजबूत ट्रेंड दिखा रहे हैं । - नए अधिग्रहण: Kelvinator (होम एप्लायंसेज़)—कंज्यूमर ड्यूरेबल्स पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने के लिए एक स्ट्रेटेजिक कदम । Source
आगे देखने की चीज़ें (What to Watch)
- रिलायंस ने नया ऊर्जा में ₹75,000 करोड़ का प्लान बनाया है
- Jio IPO योजना फिलहाल टाल दी गई है, ताकि कंपनी ग्रोथ और ARPU सुधार पर फोकस कर सके ।
- O2C का नेटवर्क और रिटेल-डिजिटल में आगे और विस्तार की संभावनाएँ बनी हुईं हैं।

निष्कर्ष
- नया ऊर्जा सेक्टर अब सिर्फ शोरूम में नहीं है — यह धीरे-धीरे “सेल ऑन ग्राउंड” (कार्यक्षमता में) आता दिख रहा है।
- O2C ने मार्केट की अस्थिरता के बीच भी शानदार प्रबंधन किया।
- Jio की डिजिटल ग्रोथ ठोस हो रही है – ब्रॉडबैंड, 5G और content प्लेटफॉर्म में सबलेजमैटिक विस्तार हो रहा है।
- रिटेल में विस्तार जारी है — स्टोर, ब्रांड और ग्राहक संख्या सभी बेहतरीन दिशा में।
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