हर घर जल का सपना अब होगा पूरा – जानें जल जीवन मिशन विस्तार 2028 की पूरी जानकारी

भारत सरकार ने जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission – JJM), जिसे हर घर जल के नाम से भी जाना जाता है, को दिसंबर 2028 तक बढ़ाने का फैसला किया है। इस विस्तार के साथ मिशन के बजट में भी वृद्धि की गई है। अब यह योजना केवल हर घर तक पानी पहुंचाने पर ही नहीं, बल्कि पानी की गुणवत्ता, रखरखाव (O&M) और स्थायित्व (Sustainability) पर भी फोकस करेगी।

Jal Jeevan Mission

Table of Contents

जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) क्या है?

जल जीवन मिशन 2028 का मुख्य उद्देश्य है – ग्रामीण भारत के हर घर तक नल से शुद्ध पेयजल पहुंचाना। यह योजना 2019 में शुरू की गई थी। उस समय केवल 3.23 करोड़ ग्रामीण घरों में ही नल कनेक्शन उपलब्ध थे। सरकार ने लक्ष्य रखा था कि हर ग्रामीण घर तक 2024 तक नल कनेक्शन पहुंचाया जाए, लेकिन अब मिशन का विस्तार 2028 तक कर दिया गया है ताकि सभी घरों तक पानी पहुंच सके और सिस्टम लंबे समय तक काम करे।

अब तक की प्रगति (जुलाई 2025 तक)

मापदंडस्थिति
कुल ग्रामीण घरलगभग 19.36 करोड़
नल कनेक्शन वाले घरलगभग 15.67 करोड़ (80.9%)
2019 से अब तक जुड़े नए घरलगभग 12.44 करोड़
हर घर जल प्रमाणित राज्य/केंद्र शासित प्रदेश11 (गोवा, हरियाणा, पंजाब, तेलंगाना, गुजरात, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पुडुचेरी, दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव)

यह आंकड़े दिखाते हैं कि Jal Jeevan Mission ने अब तक काफी प्रगति की है, लेकिन अभी भी लगभग 19% घरों को नल कनेक्शन देना बाकी है।

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विस्तारित मिशन में क्या खास है?

मिशन के दूसरे चरण में सरकार का फोकस इन प्रमुख बिंदुओं पर है:

  1. पानी की गुणवत्ता और स्थायित्व – केवल पाइपलाइन बिछाने तक सीमित नहीं, बल्कि लंबे समय तक शुद्ध पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना।
  2. ऑपरेशन और मेंटेनेंस (O&M) – पानी की आपूर्ति प्रणाली की नियमित देखभाल और समय पर मरम्मत के लिए मजबूत व्यवस्था।
  3. जन भागीदारी (Citizen Engagement) – ग्रामीण समुदाय की सक्रिय भागीदारी ताकि सिस्टम लंबे समय तक सही तरह से चलता रहे।

न का असली उद्देश्य सिर्फ नल कनेक्शन देना नहीं, बल्कि साफ और सुरक्षित पानी की निरंतर आपूर्ति करना है।

1. पानी की गुणवत्ता (Water Quality) और स्थायित्व

  • पानी में हानिकारक तत्व (आर्सेनिक, फ्लोराइड, आयरन) न हों, इसकी नियमित जांच
  • हर गांव में पानी जांच प्रयोगशाला और फील्ड टेस्ट किट उपलब्ध।
  • स्थानीय महिलाओं और युवाओं को पानी जांच का प्रशिक्षण

लक्ष्य: जल जीवन मिशन 2028 में ऐसा पानी उपलब्ध कराना जिसे सीधे पिया जा सके।

पानी का स्थायित्व (Sustainability); पानी की गुणवत्ता (Water Quality)

  • जल स्रोत ऐसा चुनना जो सूखे और मौसम के बदलाव में भी भरोसेमंद रहे।
  • वर्षा जल संग्रहण, भूजल पुनर्भरण जैसी तकनीकों पर जोर।
  • स्मार्ट मीटरिंग और जागरूकता अभियानों से पानी की बर्बादी रोकना।
  • ग्रामीण समुदाय द्वारा सिस्टम की देखभाल में सक्रिय भागीदारी।

लक्ष्य: हर मौसम, हर साल, हर घर में पानी की सप्लाई बनी रहे।

2. ऑपरेशन और मेंटेनेंस (O&M) – सिस्टम का रखरखाव

O&M का मतलब है – पानी की आपूर्ति प्रणाली (पाइपलाइन, पंप, टंकी आदि) की नियमित देखभाल और समय पर मरम्मत।

O&M क्यों जरूरी है?

  • खराबी या लीक होने पर तुरंत मरम्मत की आवश्यकता।
  • पानी की टंकी और पाइप की सफाई से दूषित पानी की समस्या नहीं होती।
  • सही रखरखाव से पानी का दबाव, गुणवत्ता और उपलब्धता बनी रहती है।

O&M के तहत किए जाने वाले कार्य

  1. पाइपलाइन और पंप की नियमित जांच।
  2. पानी टंकी की समय-समय पर सफाई।
  3. मरम्मत के लिए जरूरी उपकरण और स्पेयर पार्ट्स का स्टॉक।
  4. सेंसर और टेस्टिंग किट से पानी की गुणवत्ता की निगरानी।
  5. स्थानीय स्तर पर टीम तैयार करना और प्रशिक्षण देना।

सरल शब्दों में, O&M का मकसद है – सिस्टम को हमेशा सही हालत में रखना ताकि पानी की सप्लाई बिना रुकावट के मिलती रहे।

3. जन भागीदारी (Citizen Engagement) – ग्रामीणों की भूमिका

जल जीवन मिशन; हर घर जल योजना में ग्रामीणों की भागीदारी सबसे अहम है। क्योंकि जो लोग पानी का उपयोग करते हैं, वही इसकी रखरखाव और निगरानी में सबसे अच्छा योगदान दे सकते हैं।

जन भागीदारी क्यों जरूरी है?

  • स्थानीय लोग अपने गांव की पानी व्यवस्था को बेहतर समझते हैं।
  • जब लोग शामिल होते हैं, तो सिस्टम का दुरुपयोग कम और मरम्मत समय पर होती है।
  • समुदाय की भागीदारी से पारदर्शिता और सिस्टम का स्थायित्व बढ़ता है।

कैसे सुनिश्चित की जाती है जन भागीदारी?

  1. ग्राम जल और स्वच्छता समितियों का गठन, जो पानी आपूर्ति की निगरानी करती हैं।
  2. स्थानीय लोगों का प्रशिक्षण, ताकि वे पानी परीक्षण और मरम्मत कर सकें।
  3. जन जागरूकता अभियान, जिसमें पोस्टर, रैली, और स्कूल प्रोग्राम शामिल हैं।
  4. सामुदायिक शुल्क (Water User Charges) से O&M का खर्च जुटाना।
  5. फीडबैक और निगरानी सिस्टम, जहां ग्रामीण अपनी शिकायतें दर्ज कर सकें।

जल जीवन मिशन 2028 में जन भागीदारी के फायदे

  • पानी का सही उपयोग होता है।
  • सिस्टम लंबे समय तक चलता है।
  • गांव के लोग अपने संसाधनों के मालिक बनते हैं।
  • सरकार पर बोझ कम होता है।

सीधे शब्दों में, जन भागीदारी का मतलब है – गांव के लोग खुद अपनी पानी व्यवस्था की जिम्मेदारी लें।

Jal Jeevan Mission

फंडिंग से जुड़े नए नियम

  • केवल वही प्रोजेक्ट केंद्रीय फंडिंग के योग्य होंगे, जो मिशन के मानकों का पालन करें।
  • जिन खर्चों का मिशन के दिशा-निर्देशों से मेल नहीं होगा, उनका बोझ राज्यों को उठाना होगा।
  • 2025-26 के बाद गैर-अनुरूप प्रोजेक्ट्स पर केंद्र सरकार कोई वित्तीय जिम्मेदारी नहीं लेगी।

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मिशन की चुनौतियां

  • कुछ राज्यों में प्रोजेक्ट्स की रफ्तार धीमी है।
  • पारदर्शिता और खर्च प्रबंधन पर कड़ी निगरानी की जरूरत।
  • नियमित ऑडिट और समीक्षा बैठकों के जरिए समस्याओं को सुलझाने की कोशिश।

हर घर जल योजना, Jal Jeevan Mission का विस्तार 2028 तक ग्रामीण भारत के हर घर में शुद्ध और लगातार पानी पहुंचाने की दिशा में बड़ा कदम है। पहले जहां लक्ष्य केवल नल कनेक्शन बढ़ाने का था, वहीं अब फोकस पानी की गुणवत्ता, सिस्टम के रखरखाव (O&M) और सामुदायिक भागीदारी पर होगा।

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जल जीवन मिशन 2028 – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. जल जीवन मिशन क्या है?

जल जीवन मिशन भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है जिसका उद्देश्य ग्रामीण भारत के हर घर तक नल से शुद्ध पेयजल पहुंचाना है।

2. जल जीवन मिशन का विस्तार कब तक किया गया है?

इस मिशन का समयसीमा दिसंबर 2028 तक बढ़ा दी गई है, ताकि सभी घरों तक पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

3. जल जीवन मिशन के तहत कितने घरों को नल कनेक्शन मिल चुके हैं?

जुलाई 2025 तक लगभग 15.67 करोड़ ग्रामीण घरों को नल कनेक्शन मिल चुका है, जो कुल घरों का लगभग 80.9% है।

4. मिशन के दूसरे चरण का मुख्य फोकस क्या है?

दूसरे चरण में केवल कनेक्शन नहीं, बल्कि पानी की गुणवत्ता, सिस्टम का रखरखाव (O&M), और जन भागीदारी पर जोर दिया जाएगा।

5. O&M (ऑपरेशन और मेंटेनेंस) का क्या मतलब है?

O&M का मतलब है – पानी आपूर्ति प्रणाली की नियमित देखभाल और समय पर मरम्मत, ताकि सप्लाई बिना किसी रुकावट के जारी रहे।

6. जन भागीदारी क्यों जरूरी है?

जन भागीदारी से ग्रामीण लोग अपनी पानी आपूर्ति प्रणाली की निगरानी और रखरखाव में सीधे जुड़ते हैं। इससे सिस्टम का स्थायित्व बढ़ता है और पारदर्शिता बनी रहती है।

7. फंडिंग के नए नियम क्या हैं?

केवल वही प्रोजेक्ट केंद्रीय फंडिंग के लिए योग्य होंगे जो मिशन के मानकों का पालन करते हैं।
2025-26 के बाद गैर-अनुरूप प्रोजेक्ट्स पर केंद्र सरकार कोई वित्तीय दायित्व नहीं लेगी।

8. पानी की गुणवत्ता कैसे सुनिश्चित की जाएगी?

पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए फील्ड टेस्ट किट, गांव स्तर की लैब्स और प्रशिक्षित स्थानीय टीम का उपयोग किया जाएगा।

9. क्या शहरी क्षेत्रों में भी जल जीवन मिशन लागू है?

नहीं, यह योजना मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए है। हालांकि, शहरी जल आपूर्ति के लिए अलग योजनाएं संचालित होती हैं।

10. इस मिशन से ग्रामीणों को क्या लाभ मिलेगा?

हर घर तक शुद्ध पानी की आपूर्ति।
पानी से जुड़ी बीमारियों में कमी।
महिलाओं और बच्चों को पानी लाने में लगने वाला समय बचेगा।
समुदाय की भागीदारी से स्थायी जल प्रबंधन।

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