यहां ट्रैकिंग के लिए भारत के 10 सबसे खूबसूरत पहाड़ हैं, जो अपने शानदार
कंचनजंगा सिक्किमऊंचाई: 8,586 मीटर ट्रेक: गोेचाला ट्रेक विशेषता: विश्व की तीसरी सबसे ऊँची चोटी, शानदार बर्फीले दृश्य, रोडोडेंड्रोन के जंगल और सुंदर घाटियां।
नंदा देवी उत्तराखंड ऊंचाई: 7,816 मीटर ट्रेक: नंदा देवी बेस कैंप ट्रेक विशेषता: यूनेस्को विश्व धरोहर क्षेत्र, पवित्र पर्वत, चारों ओर से हरी घाटियां और ग्लेशियर।
स्टोक कांगड़ी लद्दाखऊंचाई: 6,153 मीटर ट्रेक: स्टोक कांगड़ी ट्रेक विशेषता: चुनौतीपूर्ण ट्रेक: जांस्कर और काराकोरम रेंज का भव्य दृश्य, अनुभवी ट्रेकर्स के लिए उपयुक्त।
माउंट नुन, जम्मू और कश्मीरऊंचाई: 7,135 मीटर ट्रेक: नुन एक्सपीडिशनविशेषता: लद्दाख की सबसे ऊँची चोटी, बर्फ से ढके ग्लेशियर और एडवेंचर प्रेमियों के लिए शानदार।
त्रिशूल पर्वत, उत्तराखंड ऊंचाई: 7,120 मीटरट्रेक: रूपकुंड ट्रेक (त्रिशूल का सर्वोत्तम दृश्य)विशेषता: रहस्यमयी रूपकुंड झील, हिमालयी घास के मैदान, पुरातात्विक महत्व।
माउंट शिवलिंग, उत्तराखंडऊंचाई: 6,543 मीटरट्रेक: गौमुख-तपोवन ट्रेकविशेषता: 'भारत का मेटरहॉर्न' कहा जाता है, शिवजी के प्रतीक के रूप में पूजनीय, सुंदर शिखर।
बंदरपूंछ, उत्तराखंडऊंचाई: 6,316 मीटरट्रेक: यमुनोत्री ट्रेक, डोडीताल ट्रेक विशेषता: बर्फ से ढकी खूबसूरत चोटी, भगवान हनुमान की कथाओं से जुड़ा पर्वत।
किन्नर कैलाश, हिमाचल प्रदेशऊंचाई: 6,050 मीटरट्रेक: किन्नर कैलाश सर्किट ट्रेक विशेषता: हिंदू और बौद्ध धर्म में पवित्र, किन्नौर घाटी का शानदार दृश्य।
माउंट कामेत, उत्तराखंड ऊंचाई: 7,756 मीटर ट्रेक: कामेत बेस कैंप ट्रेक विशेषता: गढ़वाल का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत, ग्लेशियर वॉक और उच्च ऊंचाई का ट्रेक।
मुल्किला पीक, हिमाचल प्रदेशऊंचाई: 6,517 मीटर ट्रेक: मुल्किला बेस कैंप ट्रेक विशेषता: कम खोजा गया क्षेत्र, लाहौल-स्पीति की प्राकृतिक और अनछुई सुंदरता।